Friday, August 6, 2010

upamaa alankaara part VIII (धर्मोपमानलुप्ता and धर्मोपमानवाचकलुप्ता लुप्तोपमा)( लुप्तोपमा with elision of धर्म and उपमान; or धर्म, उपमान and वाचक)

जलनिधिनिभगाम्भीर्यं कलये हृदि कल्पकागमौदार्यम्|
निलयितशेषाहार्यं जलधिसुताचित्तहारि सौन्दर्यम्||

here जलनिधिनिभगाम्भीर्यं is example of धर्मोपमानलुप्ता and कल्पकागमौदार्यम् is example of धर्मोपमानवाचकलुप्ता .

1 comment:

  1. इस सुंदर से नए चिट्ठे के साथ आपका हिंदी ब्‍लॉग जगत में स्‍वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!

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